ग्रह स्पष्ट करने की सरल विधि

प्रिय पाठक गण ज्योतिष ऐसा विषय है जिस पर बहुत सावधानी से काम करना पड़ता है कहा जाता है सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी असावधानी द्वारा किया गया कार्य कार्य क्षमता को बाधित कर देता है खासकर के ज्योतिष जैसे व्यापक क्षेत्र में तो असावधानी बिलकुल नहीं होना चाहिए इसलिए जन्म पत्रिका बनाते समय हर बिंदु पर गहराई से विचार करना चाहिए हमारी एक गलती पूरी पत्रिका को बेकार कर देगा यह वैसा ही है जैसा नींव यदि कमजोर हो तो पूरी बिल्डिंग भरभरा कर गिर जाती है | भवन मजबूत हो इसके लिए ईंट , सीमेंट ,रेत ,गिट्टी छड़ आदि उत्तम श्रेणी {क्वालिटी } का होना चाहिए पर इससे भी अधिक आवश्यक यह है कि भवन बनाने वाला कुशल कारीगर होना चाहिए अगर ईंट बालू छड़ सीमेंट उत्तम ही हो मगर कारीगर अनाड़ी हो तो भी बना हुआ भवन गिर जायेगा क्योंकि यदि भवन का नींव टेढ़ा हो कमजोर हो तो वह माकन धराशायी हो जायेगा अतः आवश्यकता है कि सामग्री के साथ साथ कारीगर भी अच्छा हो ठीक ऐसे ही जन्म पत्रिका [जन्म कुंडली ] के निर्माण में भी समझना चाहिये ज्योतिषी परिपक्व होना चाहिये और ज्योतिषी कुशल तब होता है जब हर कार्य को सावधानी पूर्वक करता हो | जनम कुंडली में शुद्ध ईस्ट काल शुद्ध लग्न आदि जितने जरुरी है उतना ही जरुरी ग्रह स्पष्ट है यह ऐसा विषय है जिस पर सामन्यता ध्यान नहीं दिया जाता है और पंचांगों में लिखे ग्रह स्पष्ट को उठा कर कुंडली में लिख दिया जाता है पर यह बहुत गलत है पंचांगों में ग्रह स्पष्ट प्रातः काल ५.३० AM या सूर्योदय के समय का लिखा होता है यदि किसी का जन्म सायं काल या रात्रीकाल का हो तो स्पष्ट ग्रह में अंतर ज्यादा हो जायेगा इसलिये जरुरत है शुद्ध स्पष्ट ग्रह निकाल कर ही जनम कुण्डली का निर्माण किया जाय | शुद्ध ग्रह स्पष्ट कैसे प्राप्त होगा इसके लिए हमें क्या करना होगा आइये अब इसकी चर्चा करते है सबसे पहले हमें जिस दिन का ग्रह स्पष्ट करना है उस दिन का गति प्राप्त करना होगा लगभग पंचांगों में गति छपा होता है कुछ ही पंचांग है जिसमे गति नहीं छपा होता है तो आप जिस पंचांग का प्रयोग करते है उसे देख ले ग्रह स्पष्ट तालिका में गृह गति लिखा है की नहीं यदि लिखा है तो आप वंहा से गति नोट कर ले और नहीं लिखा हो तो आपको गति निकलना पड़ेगा । अब सबसे पहला प्रश्न है की हम गति कैसे निकले इसके लीये हमें पंचांग से ही सहायता लेना होगा तो हम क्या करेंगे इसके लिए हम वह दिनांक नोट कर लेंगे जिस दिनांक का हमें स्पष्ट ग्रह निकालना है साथ ही उस दिनांक का स्पष्ट ग्रह भी राशि अंश कला विकला में नोट कर लेंगे फिर हम इसी तरह अगले दिन का भी ग्रह स्पष्ट नोट कर लेंगे और अगले दिन के ग्रह स्पष्ट में वर्तमान दिन का ग्रह स्पष्ट घटा देंगे तो वर्तमान दिन का 24 घंटे का गति प्राप्त होगा जैसे । उदाहरण-माना की रमेश का जन्म 25 मार्च 2020 को दिन में 10 .00 AM को वाराणसी में हुआ है तो हमने 25 मार्च का स्पष्ट ग्रह जो पंचांग में छपा है उसे नोट करना है हम यंहा एक ग्रह सूर्य का निकाल कर बताएँगे शेष सभी ग्रहों का आप इसी पद्धति से निकाल लेंगे | वर्तमान दिन 25 /03 /20200 का सूर्य स्पष्ट मान 11 /10 /35 /53 है इसे हमने नोट कर लिया | अग्रिम दिन 26/03 /2020 का सूर्य का स्पष्ट मान 11 /11 /35 /21 है हमने नोट कर लिया | अब होने अग्रिम दिन में वर्तमान दिन को घटाया तो 59 कला /28 विकला आया ये सूर्य के 24 घंटे की गति है अब हम इसे विकला बना लेंगे जैसे 59 में 60 से गुणा कर 28 जोड़ दिया तो 3568 बिकला आया यह मान 24 घंटे का है 24 घण्टे में १४४० मिनट होता है अगर हम 1 मिनट का गति निकाले तो 3568 में 1440 से भाग देंगे तो 2.47 बिकला आया यह 1 मिनट की गति है | चूँकि रमेश का जन्म दिन के 10 बजे हुआ है इसलिए 10 .00 AM में ग्रह स्पष्ट समय घटाएंगे भारत में लगभग सभी पंचांग प्रातः 5 .30 के समय से छपता है इसलिए 10 .00 में 5 .30 घटाया तो 4 .30 घंटा आया इसको भी यदि मिनट बना ले तो २७० मिनट आया | जब 1 मिनट की गति 2 .47 है तो 270 मिनट में कितना होगा इसके लिए हम २.47 में 270 से गुणा कर देंगे तो 666 .9 आया यह मान विकला में है इसको कला बनाने के लिए 60 से भाग देंगे तो 11 भाग गया तो 11 कला 6 विकला आया इसको हम वर्तमान ग्रह स्पष्ट में जोड़ देंगे तो स्पष्ट ग्रह प्राप्त होगा जैसे 11 /10 /35 /53 में 00 /00 /11 /6 जोड़ा तो 11 /10 /46 /09 आया यह सूर्य का स्पस्ट मान है | नोट -यदि ग्रह वक्री हो तो जोड़ने के बजाय घटाने से स्पस्ट मान आएगा | उपरोक्त गणित को और शुद्ध और सरल तरीके से करने के लिए इस सूत्र का प्रयोग करे | ग्रह स्पष्ट नियम- मिनट ×गति ÷1440 =लब्धि कला विकला होगा इस कला विकला को वर्तमान ग्रह स्पष्ट (यदि मार्गी हो ) मे जोडेंगे (यदि वक्री) हो तो घटाने से इष्टकालिक स्पष्ट ग्रह होगा | उदाहरण- माना की हमे 25 /03 /2020 का दिन 10 बजे का ग्रह स्पष्ट करना है । तो हमे 10.00 Am मे दैनिक ग्रह स्पष्ट समय 5.30 घटाया तो 4.30 मिनट आया इसको मिनट बनाया तो 240+30=270 मिनट आया | अतः 270 मिनट में 3568 बिकला गुणा किया तो गुणनफल 963360 आया इसमें 1440 से भाग दिया तो 669 विकला भागफल आया इसको कला बनाने के लिए 60 से भाग दिया तो 11 भागफल और 9 शेष आया इसे वर्तमान स्पष्ट मान 11 /10 /35 /53 में 11 कला 9 विकला जोड़ा क्योंकि सूर्य मार्गी ग्रह है यदि ग्रह वक्री हुए तो घटाना होगा यंहा सूर्य मार्गी है तो हम जोड़ रहे है इसलिए सूर्य का दिन १० बजे का स्पस्ट मान 11 /10 /47 /02 होगा | इसी प्रकार हम किसी भी ग्रह का स्पष्ट मान निकाल सकते है |  ा | 



    ।

टिप्पणियाँ

ज्योतिष ने कहा…
ग्रह स्पष्ट करने कि सरल विधि बताये
Unknown ने कहा…
सरल तरीका बताने का कष्ट करें
SREE BIDYA JYOTISH KENDRA ने कहा…
लेख मे सरल विधि लिखा है उदाहरण सहित ।
Arvind kumar Tiwari ने कहा…
लेख पूरा हो चूका है आप देख सकते है