शुगर का कारण और IMC द्वारा निवारण

प्रिय पाठक गण ::- आजकल पूरा विश्व मधुमेह (डायबिटीज) से परेशान हैं। और भारत तो डायबिटीज का कैपिटल हब बनता जा रहा है भारत पूरी तरह शुगर के जद में आ चुका है भारत मे 60% मैच्योर शुगर रोगी है और 20% लोग प्री डायबिटीज है इस प्रकार 80% आबादी शुगर के जद में है आने वाला समय और भयावह होने वाला है अतः हमे आज से ही सचेत होने की आवश्यकता है। मधुमेह दो तरह का होता है पहला अधिक मधुमेह दूसरा कम मधुमेह (हिपोगलायसिमिया) 1-अधिक मधुमेह अधिक मधुमेह भी दो प्रकार का होता है टाइप 1और टाइप 2 । tipe 1सुगर अनुवांसिक होता है जैसे पिता को था उस कारण बेटे को भी हो गया इसे जेनेटिक रोग कहा जाता हैं। टाइप 2 डायबिटीज ::- लक्षण ::- बार बार पेशाब आना । अधिक प्यास व भूख लगना। वजन का बढ़ना या कम होना। अधिक थकावट महसूस होना। मधुमेह होने का कारण ::- मधुमेह (शुगर)होने के अनगिनत कारण है मगर कुछ मुख्य कारणों की मै यहां पर उल्लेख कर रहा हूं। 1- असंयमित जीवन शैली शुगर का आधार है आजकल 60% लोगों की जिंदगी भागम भाग की है इनके पास समय ही नहीं है की वह अपने सेहत का भी ख्याल कर पाए मशीनों की तरह लगातार लगातार कार्य करते जा रहे है जो मिला जैसा मिला खा लिया वह कैसा है अधिक तैलीय है अधिक चटपटा है अधिक मसालेदार है कोई फर्क नहीं पड़ता है खा लिया। कुछ लोग ऐसे हैं जो बड़े आराम का जीवन बिताते हैं घर में एयर कंडीशनर कार में ए सी और ऑफिस में भी ए सी शारीरिक कोई भी एक्टिविटी नही है ना योग है ना प्राणायाम है इनके जीवन में केवल ए सी है ऐसे लोग शुगर के जद में जल्दी आ जाते है। 2- आजकल हर तरह की खेती रसायनिक हो रही हैं इसमें अत्यधिक रसायनिनिक खाद डाले जा रहे है सब्जियां तो कीटनाशकों के बल पर ही हो रहा है इसमें कुछ कीटनाशक तो बहुत ही खतरनाक है इन रसायनिक खादों और कीटनाशक के कारण पानी भी प्रदूषित हो चुका है कुछ लोग आरो की पानी पी रहे है जिसमे कोई तत्व ही नही है आवश्यक तत्व भी छन कर बाहर निकल जाता हैं। ऐसे रसायनिक खादों और कीटनाशकों से तैयार अनाज और सब्जी खाने से भी शुगर बढ़ रहा है शुगर का एक कारण यह भी है। 3- पहले के लोग मोटे अनाज ज्यादा खाते थे जिसमे फाइबर की मात्रा ज्यादा होता था मगर आज कल लोग ऐसे अनाज का सेवन ज्यादा कर रहे है जिसमे कार्बोहाइड्रेड ज्यादा है और फाइबर कम है कैलोरी ज्यादा ले रहे है और शारीरिक श्रम नगण्य है जिससे शरीर कैलोरी को खपत नही कर पा रहा है धीरे धीरे
मेटाब्लोजिम कमजोर हो रहा है जिस कारण से इन्सुलिन का प्रोडक्शन प्रभावित हो रहा है और ग्लोकोज को सेल तक नही पहुंचा रहा है इसलिए ब्लड में ग्लोकोज का स्टॉक बढ़ रहा है और सुगर हो रहा है। 4- एक एस्ट्रोलॉजर होने के नाते मै यह स्वयं के अनुभव पर लिख रहा हूं मैने अनुभव किया है की रोगों में ग्रह दशाओं का भी रोल होता है कई बार मैने देखा है की ग्रहों की प्रतिकूलता के कारण मनुष्य रोगी होता है शुगर के रोग में भी जब गुरु (वृहस्पति) अधिक पीड़ित होता है तो पाचन तंत्र खराब होता है क्योंकि जन्म कुंडली का पांचवा घर पेट का कारक है और गुरु ग्रह पाचन तंत्र का कारक है जिस व्यक्ति के कुण्डली में जब गोचर बस पांचवा भाव और पंचमेश तथा गुरु पीड़ित होता है तो व्यक्ति पाचन तंत्र का रोगी होता है जो बाद में शुगर में परिवर्तित हो जाता है। यह मैने अपने जीवन पर प्रत्यक्ष देखा है जब मुझे शुगर हुआ तो मैंने अपनी ग्रह दशा का निरीक्षण किया तो मैंने गुरु को अत्यंत पीड़ित पाया था आज भी हमारे गुरु पाप प्रभावित है अतः भी हम शुगर से पीड़ित हैं। इस प्रकार शुगर होने के और भी कारण हो सकता है । शुगर का आज जो भी निदान उपलब्ध है वह केवल इन्सुलिन के उत्पादन पर आधारित हैं पाचन तंत्र को ठिक करने पर नही है। मगर यदि पाचन तंत्र पर कार्य किया जाय तो मुझे बिस्वास है की शुगर को रिवर्स किया जा सकता है यह मेरा स्वयं का अनुभव है। साथ ही यदि मंत्र जप भी किया जाय तो रिजल्ट 100% मिल सकता है। सुगर के लिए पूर्ण देखभाल की जरूरत है मगर एलोपैथ में कोई दवा ऐसी नही है जो सुगर का सम्पूर्ण केयर कर सके मगर आयुर्वेद में इसका समाधान है ऐसी ही एक कम्पनी है IMC जो सुगर के सम्पूर्ण देखभाल की दवा का पैक तैयार किया है जिसका नाम शुगर केयर पैक है।
इस पैक में सामिल प्रोडक्ट इस प्रकार है। IMC एलोवेरा जूस है जो पाचन तंत्र को ठिक करता है मेटाब्लोजिम को मजबूत करता है । हिमालयन वेरी जूस यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करना है यह विटामिन सी का बहुत बड़ा श्रोत है। श्री तुलसी ड्रॉप्स शरीर का टॉक्सिन निकालता है और मेटाब्लोजिम को ठीक करने में सहायता करता है। शुगर अवे टैबलेट और रस शुगर को कंट्रोल करता है। स्टीविया फास नेचुरल शुगर है इसको कभी कभी सेवन करने से अच्छा रहता है इससे शुगर नही बढ़ता है। इस दवा के साथ साथ यदि गुरु ग्रह के मंत्र का जप किया जाय तो चमत्कारी रिजल्ट आता है ऐसा मेरा अनुभव है क्योंकि मैंने उसका प्रयोग किया है। मुझे उम्मीद है इस लेख से आपको निश्चित ही लाभ मिलेगा। 2- कम मधुमेह (hipoglaysimiya) लक्षण हांथ पैर का कांपना व ठंडा हो जाना। बेहोसी या नींद का आना । सुझाव पानी में चीनी घोल कर पिलाएं। हांथ पैर की मालिश करें। जल्द से जल्द डाक्टर के पास ले जाएं। उपचार 30 ml IMC एलो नोनी जूस 30ml जीवन शक्ति रस 2बूंद श्री तुलसी ड्रॉप्स सुबह साम खाली पेट सेवन करें। व्हिटगोल्ड टैबलेट 1सुबह 1साम को सेवन करें। डेली डाइट टैबलेट 1सुबह खाने के बाद खाए। टैबलेट बीटा डाइट 1रात में खाने के बाद ले। एलो च्यवन गोल्ड 10ग्राम सुबह 10ग्राम साम को ले। नोट :: उपरोक्त सभी दवा IMC रोग निदान बुक से लिया गया है दवा के नाम IMC के डाक्टरों द्वारा निर्देशित है उसके डोज भी रोग निदान बुक से ही लिया गया है। लेखक अरविन्द कुमार तिवारी IMC BUSINESS ASSOCIAT के रूप में IMC में कार्यरत है वर्तमान पद या लेबल IMC सिल्वर स्टार एसोसिएट है लेखक IMC के प्रोडक्ट को सेल करने या जानकारी देने हेतु कम्पनी द्वारा एथराइज है। किसी भी प्रकार की जानकारी को प्राप्त करने या कोई भी दवा लेने के लिए हमसे संपर्क कर सकते है। IMC कंपनी की आयुर्वेदिक दवा भारत के किसी भी डिस्ट्रीब्यूटर से प्राप्त किया जा सकता है इसके लिए आपको कम्पनी में रजिस्टर्ड ग्राहक बनना होगा रजिस्ट्रेशन फ्री में होता है रजिस्ट्रेशन के लिए नाम, पिता का नाम, जन्म तिथि, एड्रेस पिनकोड सहित, मोबाइल नंबर देनाहोगा फ्री रजिस्ट्रेशन के बाद अपने जिले के सभी दुकानों को कंपनी के एप के माध्यम से देख सकते है और खरीददारी कर सकते हैं। संपर्क सूत्र tiwariherbalindia@gmail.com tiwari.arvind201@gmail.com 7651888724

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सूर्योदय से इष्टकाल का निर्धारण ।

पञ्चधा मैत्री चक्रम

दिनमान से इष्टकाल और लग्न निकालने की विधि ।