प्रिय पाठक गण
आप सभी पाठक गणों को IFT MULTITREDE PVT LTD के Business प्लान में हार्दिक स्वागत,बंदन, और अभिनंदन है आज हम IFT BUSINESS PLAN कि चर्चा करने जा रहे है।
सबसे पहले मैं IFT कंपनी के बारे में बताना चाहता हूं कि यह कम्पनी एक डायरेक्ट सेलिंग कंपनी के रूप में रजिस्टर्ड है इस कम्पनी का हेड ऑफिस प्लाट नं 223 लोहागढ़ पलवल हरियाणा है और यह कम्पनी लोगों को नेटवर्क मार्केटिंग के सिद्धांतों पर रोजगार मुहैया कराती हैं Ift कम्पनी एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां आप खुद का बिज़नेस विना किसी इन्वेस्टमेंट के आरम्भ कर सकते है।
आज भारत ही नहीं विश्व के अनेक देशों में नेटवर्क मार्केटिंग कारोबार चल रहा है उसमे भारत भी एक है अन्य देशों कि भांति भारत में भी यह बिजनेस मान्यता प्राप्त बिजनेस है और लाखो लोग इस बिजनेस से जुड़ कर कारोबार कर रहे है।
IFT MULTITREDE PVT LTD बिजनेस क्यों करना चाहिए ?
साथियों यदि हम बेरोजगार है नौकरी या व्यवसाय कि तलाश में है मगर मन पसंद नौकरी नहीं मिल रही है या हम पैसे के अभाव मे कारोबार नही कर पा रहे हैं तो हमारे लिए IFT BUSINESS एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
बहुत से लोग अपने मौजूदा प्रोफेशन से अपनी जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं और पार्ट टाइम जॉब कि या किसी ऐसे काम की तलाश में है जो सहजता से कर सके तो IFT आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
यदि आप किसी ऐसे काम कि तलाश में है जिसको करने से मौजूदा प्रोफेशन कार्यक्षेत्र पर फर्क ना पड़े और आपको अतिरिक्त आमदनी प्राप्त होता रहे तो आपके लिए IFT BUSINESS एक अच्छा विकल्प है।
आज वर्तमान समय में जितने दिन काम करते हैं उतने दिन का ही पेमेंट मिलता है अगर किसी कारण वश काम नहीं कर पाए तो पैसा नही मिलता है यदि हम अस्वस्थ हो गए या काम पर जाने लायक नही रहे तो आमदनी बंद हो जाती हैं जिससे पूरा परिवार आर्थिक संकट में पड़ जाता हैं ऐसे में यदि आप किसी ऐसे कारोबार के तलाश में है जिसमे एक बार काम करने के बाद हमेशा पैसा प्राप्त होता रहे तो IFT BUSINESS एक अच्छा विकल्प हैं।
इस प्रकार के अनेक कारण है जिस कारण आपको IFT BUSINESS करना चाहिए।
IFT BUSINESS क्यों करना चाहिए यह आपने जान लिया है अब जानते है ift बिजनेस कैसे कर सकते है इसके लिए हमें क्या करना पड़ेगा उसका प्रोसेस क्या है आइए इसकी सम्पूर्ण जानकारी मैं दे रहा हूं।
साथियों जो भी व्यक्ति इस बिजनेस को करना चाहता है उसको एक फ्री रजिस्ट्रेशन कराना होगा इस रजिस्ट्रेशन का कोई पैसा नहीं लगता है रजिस्ट्रेशन के लिए आप हमसे संपर्क करेंगे (नीचे मेरा नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल वगैरह सब प्राप्त हो जायेगा)और अपना नाम, ईमेल आईडी, फोन no और अपना पिन कोड मुहैया कराएंगे हम आपका रजिस्ट्रेशन करके आपको लॉगिन 🆔 no और पासवर्ड प्रदान करेंगे आप उस लॉगिन आईडी और पासवर्ड से हमारे website -www.ift.in.net पर लॉगिन करेंगे और वेबसाइट पर जाकर 1st परचेज प्रोडक्ट के सेक्शन में जाकर पहली खरीदारी करेंगे पेमेंट कन्फर्म होते ही आप हमारे एक्टिव मेंबर बन जाएंगे इसके बाद उसी वेबसाइट पर अपना एड्रेस पता आदि सबमिट करेंगे पता सबमिट होते ही हमारी कम्पनी के द्वारा जो प्रोडक्ट आप खरीदें है वह प्रोडक्ट कोरियर के माध्यम से आपके द्वारा दिए गए एड्रेस पर विदा कर दिया जाएगा और इसकी सूचना आपको दे दी जाएगी।
इसके बाद हमारे कम्पनी का बिजनेस प्लान को आपको अध्ययन करना होगा इसके लिए हम ऑनलाइन ट्रेनिंग हर दिन देते है पीडीएफ, पीपीटी और वीडियो के माध्यम से भी कम्पनी का प्लान आपको मिल जायेगा उसका अध्ययन करने के बाद कम्पनी के प्लान को आपको अपने परिचित लोगो को देना होगा इसके लिए लिस्ट बनाने से लेकर प्लान दिखाने कि पूरी जानकारी आपको हम कराएंगे और लिस्ट के माध्यम से आप लोगों को सिस्टम में बिजनेस डिस्टीब्यूटर के रूप मे सामिल करेंगे जिससे आपको कई प्रकार के आमदनी प्राप्त होंगे जिसका मैं डिटेल आपको देने जा रहा हूं।
हमारे कम्पनी का प्लान बाइनरी प्लान है इसमें एक टीम लेफ्ट कि और दूसरी टीम राइट कि होती है अर्थात ये दो लेग का प्लान होता है सबसे पहले आपको दो लोगों को इस सिस्टम में लाएंगे नीचे दिए गए फोटो के माध्यम से समझ सकते हैं।
जैसा कि आपने इस फोटो में देखा है कि you नाम का व्यक्ति जब दो लोगों को सिस्टम में लाता है तो उसे 200 रुपए की आमदनी होती हैं अब वह दो लोग दो लोगों को लाते है अर्थात चार लोग आते है तो आपकी इनकम 400 रुपया होता है इस तरह फिर 800 फिर 1600 फिर 3200 और बढ़ते क्रम में आप कैपिंग अर्थात एक दिन में 5000 रुपया कमाने लगते है कुछ ही दिनों में आपको यह लक्ष्य हासिल हो जाता हैं इसी के साथ आरंभ होती हैं दूसरी इनकम जिसको रायलटी इनकम कहा जाता हैं इस इनकम के तहत जब आप कम्पनी में सिल्वर बनते है तो कम्पनी अपने टर्न ओवर का 1% रायलटी देती हैं जब आप गोल्ड होते है तो फिर आपको 1% रॉयल्टी मिलती हैं जब आप रूबी बनते है तो फिर 1% Rayalti मिलती हैं इस तरह आपको डायमंड लेबल तक रायलटी मिलती हैं और आप 5 % तक रायलटी प्राप्त करते है यह लेबल कैसे मिलता है आइए इसे भी बताते है जब कोई व्यक्ति 500 पियर्स कंप्लीट करता है और 1🆔 डायरेक्ट स्पॉन्सर करता है तो सिल्वर होता है जब 1000पियर्स कंप्लीट करता है और 1🆔 डायरेक्ट करता है तो गोल्ड मेडल मिलता है जब 2000 पियर्स और 1🆔 डायरेक्ट स्पॉन्सर कंप्लीट करता है तो रूबी लेबल मिलता है जब 3000 जोड़ा और 1🆔 डायरेक्ट होता है तो टोपाज़ लेबल मिलता है और जब 5000 जोड़ा और 2🆔 डायरेक्ट होता है तो डायमंड बनता है इस प्रकार लेबल प्राप्त होता हैं।
अब रॉयल्टी के बाद रिवार्ड अवार्ड इनकम के बारे मे बताते है हमारी कम्पनी आपको रिवार्ड अवार्ड भी देती हैं यह कैसे मिलता है आइए इसके बारे मे बताते है।
जब कोई व्यक्ति बढ़ते क्रम में 7000 जोड़ा कंप्लीट करता है तो 1स्टार लेबल मिलता है और एक लैपटाप या देश में कही का टूर दोनो में से कोई एक प्राप्त होता हैं चयन आपको करना होगा इसी क्रम में जब 10000जोड़ा होता है तो 2स्टारलेबलऔर कन्या दान योजना के तहत 51000 रुपया मिलता है जब 20000 जोड़ा पूरा होता है तो 3स्टार रैंक और 1लाख नगद राशि या इसी प्राइस कि बाइक 🚳 मिलती हैं जब 30000जोड़ा पूरा होता है तो 4स्टार रैंक और अल्टो कार मिलता है जब 50000 जोड़ा पूरा होता है तो स्कार्पियो और 1लाख जोड़ा पूरा होने पर टाटा सफारी तथा 3 लाख जोड़ा पूरा होने पर बीएमडब्ल्यू कार दिया जायेगा और 5 लाख कंप्लीट होने पर हाउस फंड देने का सिस्टम है।
इस प्रकार से बहुत प्रकार का इनकम प्राप्त होता हैं यह एक बहुत बड़ा opportunity है जो इस प्लेटफार्म के माध्यम से आपको प्राप्त होता हैं और यहां से एक बहुत बड़ा कारोबार किया जा सकता है।
इसके अलावा सेल्फ परचेज री परचेज और फ्रेंचाइजी इनकम भी सामिल है।
हमारी कंपनी का बिजनेस प्लान समझने के लिए एक वीडियो का लिंक डाल रहा हूं इस विडियो के माध्यम से बेहतरीन ढंग से जानकारी प्राप्त किया जा सकता है।
अन्य किसी भी जानकारी के लिए ift business ज्वाइन करने के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते है।
अरविन्द कुमार तिवारी (Director of ift multitrede Pvt Ltd)
✉️ tiwari.arvind201@gmail.com
whatsapp 9415388307
whatsapp business -7651888724
website- www.ift.in.net
company के प्रोडक्ट और पैकेज की जानकारी अगले 🏣 पोस्ट में आपको प्राप्त होगा इसके लिए आप सभी अगले पोस्ट का इंतजार करे।
जन्म कुण्डली निर्माण मे इष्टकाल और लग्न का बहुत ही महत्व होता है यह आप सब दिनमान से लग्न निकालने की विधि से जान चुके होंगे ।यह इष्टकाल जितना शुद्ध होगा उतना ही शुद्ध लग्न होगा और उतना ही शुद्ध कुण्डली अर्थात् जन्म पत्रिका बनेगी । कहने का मतलब है इष्टकाल जन्म पत्रिका रूपी महल (मकान) का नीव (आधार) है यह आधार जितना मजबूत होगा मकान उतने मजबूत बनेगी इसी प्रकार से इष्टकाल जितना शुद्ध होगा कुण्डली उतनी ही शुद्ध बनेगी । अभी तक आपलोगों ने दिनमान से इष्टकाल निकालने की विधि को जाना है अब हम सूर्योदय से इष्टकाल और लग्न निकालने की विधि लिखेंगे जो दिनमान की विधि से बहुत ही आसान और सरल है इसे हम आसानी से समझ सकते है । जिस प्रकार हम दिनमान से लग्न निकालते है ठीक उसी प्रकार से सूर्योदय से निकालेंगे वैसे दोनो का परिणाम एक समान ही आता है पर कभी कभी एकाध पल का अंतर आ जाता है । सबसे पहले हम पंचांग मे लिखित सूर्योदय को नोट कर ले इस सूर्योदय मे संकेता अनुसार रेलवे अंतर का संस्कार करे ।संस्कार करने के बाद जो समय आयेगा उसको नोट करले तथा जन्म समय मे इस संस्कारित समय को घटा कर शेष को घटी पल बनाले तथा इ...
😓 प्रिय पाठक गण- 💢 जनम कुंडली निर्माण में जिस प्रकार पत्रिका शुद्ध बने इसकी व्यवस्था हमें करनी पड़ती है वैसे ही जन्म कुण्डली हर संसाधनों से परिपूर्ण हो इसकी भी हमें व्यवस्था करनी पड़ती है क्योंकि कुण्डली निर्माण के बाद जब हम फलादेश करते है तब हमें इन संसाधनों कि आवश्य्कता पड़ती है | ज्योतिष के बहुत सारे संसाधनों में एक संसाधन पंचधा मैत्री चक्र है यह चक्र बहुत ही आवश्यक है इसी चक्र से पता चलता है कि कौन ग्रह हमारे लिए शुभ है और कौन ग्रह अशुभ है किसकी दशा शुभ होगी और किसकी दशा अशुभ होगी यदि यह चक्र शुद्ध नहीं बना तो पता चलेगा शुभ ग्रह को हमने अशुभ घोषित कर दिया और अशुभ को सम बना दिया तो मनुष्य के जीवन से जनम कुण्डली का मिलान नहीं हो पायेगा और सब उलट पलट फलादेश होने लगेगा इसलिए जरुरत है कि हम शुद्ध पंचधा चक्र का निर्माण करे | शुद्ध पंचधा चक्र का निर्माण करने से पहले हम यह जानेंगे की इस चक्र को पंचधा कहते क्यों है क्या है इस चक्र में और क्यों जरुरत है इस...
जन्म पत्रिका मे भयात भभोग का बहुत महत्व होता है भयात भभोग इतने उपयोगी होते है कि इसके विना ज्योतिष का कोई भी कार्य सम्पन्न नही हो सकता है अतः ज्योतिष कार्य के लिये भयात भभोग आवश्यक है । भयात के लिये शास्त्रों मे लिखा है । नक्षत्रारम्भत: स्वेष्टकालं यावद् गतं हि तत् । घटयादिकं भयातं तद भस्य भोगो भभोग:।। वर्तमान नक्षत्र आरंभ से लेकर इष्टकाल पर्यंत जितना समय (घटी पल) व्यतीत हुआ हो वह भयात होता है और नक्षत्र के आरंभ से अंत तक का समय (घटी पल) भभोग कहलाता है । इस प्रकार से पंचांग मे नक्षत्र के घटी पल देखकर सहजता से भयात भभोग बन जाता है । इसे और सहज रूप से समझने के लिये दूसरे सूत्र का प्रयोग करना चाहिए जो बहुत ही सहज है । षष्टया गतर्क्षघट्याद्यं शोध्यं स्वेस्ट घटी युतम । भयातं स्यात् तथा स्वर्क्षघटीयुक्तं भभोगक: ।। गत (वर्तमान से पहला नक्षत्र की पंचांगस्थ घटी को 60 मे घटा कर शेष मे इष्टकाल जोडने से भयात होता है और उसी शेष मे वर्तमान नक्षत्र की पंचांगस्थ घटी पल जोडने से भभोग होता है । नोट- पंचांगर्क्षघटी मानादिष्टकालो$धिकस्तदा । तदन...
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