संदेश

Network Marketing/Direct selling का इतिहास

चित्र
प्रिय पाठक गण::- नेटवर्क मार्केटिंग को डायरेक्ट सेलिंग, व्यतिगत फ्रेंचाइजिंग, एवं कंज्यूमर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम भी कहा जाता हैं । डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस को टीम वर्क के माध्यम से किया जाता हैं इसलिए इसे नेटवर्क मार्केटिंग कहा जाता हैं यह बिजनेस सिस्टम अमेरिका में लगभग 1930 में आरम्भ हुआ और अपने विभिन्न गुणों के कारण धीरे धीरे बहुत से देशों में फैल गया आज अमेरिका, जापान, चीन, कोरिया, ब्राजील, जर्मनी, मैक्सिको, फ्रांस, मलेशिया आदि देशों में डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस चल रहा है इन देशों में भारत भी सामिल है। भारत में यह बिजनेस लगभग 1980 के आसपास आया और धीरे धीरे एक इंडस्ट्री के रूप में अपने आपको स्थापित किया है 90 के दशक में यह बिजनेस एकाएक ग्रोथ 📈 किया धीरे धीरे यह इंडस्ट्री बढ़ता रहा उस समय इस इंडस्ट्री के लिए कोई ठोस कानून नही होने के कारण बहुत सारी अवैध पिरामिड कंपनिया भारतीय बाजार में आई और पैसा लेकर चंपत हो गई जिससे इस इंडस्ट्री का नाम बदनाम हुआ कुछ अच्छे प्लेटफॉर्म वाली कंपनिया भी शक के दायरे में आ गई और नेटवर्क मार्केटिंग शब्द बदनाम हो गया लोग इसको स्कैम या फ्रॉड का धंधा समझने लग

Categories

हाई ब्लड कोलेस्ट्रॉल मैनेज

चित्र
हाई ब्लड कोलेस्ट्रॉल (High Blood cholesterol) आज भारत में कोलेस्ट्रॉल से होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा पहले यह रोग बूढ़ों को होता था अब ये किसी को कभी भी हो सकता हैं अब तो बच्चों को भी हार्ट अटैक होने लगा है और इसका सबसे बड़ा कारण कोलेस्ट्रॉल है तो आइए सबसे पहले कोलेस्ट्रॉल के बारे में जानते है कोलेस्ट्रॉल एक चिपचिपा पदार्थ है जो हमारी नशों के अंदर एक लेयर के रूप में जम जाता हैं जिससे रक्त स्राव का जगह कम हो जाता है कोलेस्ट्रॉल का लक्षण इस प्रकार का है। लक्षण थोड़ा चलने पर हृदय की गति का बढ़ना, दूसरा हृदय स्थान पर भारीपन रहना। सुझाव जिस भी व्यक्ति (महिला या पुरुष) को उपरोक्त लक्षण महसूस हो उसे तुरंत सतर्क हो जाना चाहिए वर्ना हार्ट की समस्या जल्दी पता नही चलता है और जब पता चलता है तबतक बहुत देर हो चुका होता है। उपरोक्त लक्षण वाले लोगों के लिए सुझाव तले हुए, घी युक्त तथा पशु जनित खाद्य पदार्थ का सेवन न करे। सुबह की सैर, व्यायाम, तथा योगा जरूर करे। रेसेदार (fibres) खाद्य चोकर सहित आटे की रोटी छिलके सहित दाल, टमाटर गाजर, अमरूद, हरी पत्तेदार सब्जियां, पत्ता गोभी इत्यादि का

IMC बायो एनर्जी मैगनेटिक ब्रेसलेट

चित्र
IMC बायो एनर्जी मैगनेटिक ब्रेसलेट शरीर को सुरक्षा प्रदान करती हैं एवं इनके प्रभाव आश्चर्य जनक है यह तुरंत कार्य करती हैं । बायो एनर्जी हेल्थ ब्रेसलेट ऊर्जा बढ़ाने में सहायक है स्वास्थ्यवर्धक थेरेपी से युक्त एक शक्तिशाली फैक्ट्री की तरह है जिसमे अंतहीन ऊर्जा का भंडार बना रहता हैं । यह शरीर की चारो तरफ एक सुरक्षा कवच (Aura) का निर्माण करता हैं जिससे वातावरण में हानिकारक इलेक्ट्रो मैगनेटिक रेडिएशन के प्रभाव से बचाव करता है । मोबाइल रेडिएशन मोबाइल टावर रेडिएशन आज का समूर्ण मानव समाज रेडिएशन के प्रभाव में तो है ही पशु पक्षी भी इनके प्रभाव में आ चुके हैं और उसका दुष्परिणाम यह है कि कई प्रजाति लुप्त होने के कगार पर है यह भयंकर रेडिएशन लोगों को रोगी बना रहा है। क्योंकि यह रेडिएशन मानव मस्तिष्क को प्रभावित कर रहा है और कानके रोग, मस्तिष्क रोग, कैंसर आदि रोग होने में सहायक होता है मगर यह ब्रेसलेट और इसका तत्व हमारे शरीर के भीतर गहराई तक प्रभाव डालता है तथा शरीर को रोगों से मुक्त कराता है। यह बायो एनर्जी मैगनेटिक ब्रेसलेट निम्नलिखित रोगों में लाभदायक है। शारीरिक, मानसिक ए

पेट का रोग और IMC द्वारा इलाज

चित्र
प्रिय पाठक गण आजकल पेट का रोग आम बात हो गया है हर घर में पेट के रोगी है इसकी व्यापकता इतनी बड़ी है की अनुमान लगाना कठिन है कि कितने पेट के रोगी है। पेट के रोग सामान्य रोग नही है इसका व्यापक क्षेत्र है और क्षेत्र महत्वपूर्ण है अतः सबसे पहले हम पेट से संबंधित रोग, लक्षण और समाधान का उल्लेख करते जायेंगे। 1- आंतों में कीड़े (कृमि रोग){INTESTINAL WORMAS} लक्षण पेट खराब रहना और पेट में दर्द व ऐंठन होना। बार बार भूख लगना । वजन कम होना। शारीरिक धकावट महसूस होना। गुदा/मल मार्ग में तथा आसपास खारिश होना। मल में कृमि का आना। सुझाव:: बच्चो में कृमि रोग अधिक होते है अतः उनके खाने पीने में मीठे की मात्रा का ध्यान रखना चाहिए। शौच के पश्चात व भोजन करने से पहले IMC हैंडवाश से हांथ अवश्य धोएं। बच्चे को दूध ना देकर केवल फलों के रस को पानी में मिलाकर देना चाहिए। सुबह 3 चमच पुदीने का रस एक चम्मच अनार व एक चम्मच आंवले का रस देना चाहिए यह कृमि रोग में लाभदायक है। दो भाग दही एक भाग हर्बल शहद कृमि रोग में लाभदायक है। उपचार:: बड़े व्यक्ति 30 ml एलोवेरा जूस+ 30 ml एलो संजीवनी जूस+ 30 ml हर्बल गोमूत्र +2ब

शुगर का कारण और IMC द्वारा निवारण

चित्र
प्रिय पाठक गण ::- आजकल पूरा विश्व मधुमेह (डायबिटीज) से परेशान हैं। और भारत तो डायबिटीज का कैपिटल हब बनता जा रहा है भारत पूरी तरह शुगर के जद में आ चुका है भारत मे 60% मैच्योर शुगर रोगी है और 20% लोग प्री डायबिटीज है इस प्रकार 80% आबादी शुगर के जद में है आने वाला समय और भयावह होने वाला है अतः हमे आज से ही सचेत होने की आवश्यकता है। मधुमेह दो तरह का होता है पहला अधिक मधुमेह दूसरा कम मधुमेह (हिपोगलायसिमिया) 1-अधिक मधुमेह अधिक मधुमेह भी दो प्रकार का होता है टाइप 1और टाइप 2 । tipe 1सुगर अनुवांसिक होता है जैसे पिता को था उस कारण बेटे को भी हो गया इसे जेनेटिक रोग कहा जाता हैं। टाइप 2 डायबिटीज ::- लक्षण ::- बार बार पेशाब आना । अधिक प्यास व भूख लगना। वजन का बढ़ना या कम होना। अधिक थकावट महसूस होना। मधुमेह होने का कारण ::- मधुमेह (शुगर)होने के अनगिनत कारण है मगर कुछ मुख्य कारणों की मै यहां पर उल्लेख कर रहा हूं। 1- असंयमित जीवन शैली शुगर का आधार है आजकल 60% लोगों की जिंदगी भागम भाग की है इनके पास समय ही नहीं है की वह अपने सेहत का भी ख्याल कर पाए मशीनों की तरह लगातार लगातार कार्य करते जा रहे

IMC BUSINESS

चित्र
Knowledge of IMC BUSINESS IMC कम्पनी भारत सरकार द्वारा रजिस्टर्ड डायरेक्ट सेलिंग कम्पनी है जिसका हेड ऑफिस भारत के पंजाब प्रांत के एक शहर लुधियाना में है और कम्पनी की फैक्टरी हरिद्वार में है। कम्पनी के चेयरमैन फाउंडर डाक्टर अशोक भाटिया जी है और मैनेजिंग डायरेक्टर मिस्टर सत्यन भाटिया जी है। IMC कम्पनी का आरम्भ 7जुलाई 2007को हुआ था तब से आज तक कम्पनी लगातार ग्रोथ करती जा रही है और आज डायरेक्ट सेलिंग कम्पनी के रूप में अपनी पहचान बना ली है भारत के हर हिस्से में IMC पहचान बना चुकी हैं। IMC Network Marketing के क्षेत्र मे एक मिल का पत्थर साबित हुई है दिन दूनी रात चौगुनी इसने अपना विकाश किया है और करती जा रही है। श्री सत्यन भाटिया जी के डायरेक्शन में कम्पनी परचम लहरा रही हैं। IMC की विशेषता यह है की इसके सभी प्रोडक्ट ब्रांडेड और 100%आयुर्वेदिक, हर्बल और आर्गेनिक है। IMC कम्पनी मुख्यतः पांच प्रकार के प्रोडक्ट बनाती हैं जो निम्न प्रकार के है। 1- Helth Care product (हेल्थ केयर प्रोडक्ट) आयुर्वेदिक पद्धति से जितनी दवायें बनाई जाती हैं वह IMC बनाती है और यह सभी दवाएं टैबलेट, कैप्सूल, जूस, और

ज्योतिष और रोग व आयुर्वेदिक उपचार

चित्र
प्रिय पाठक गण::- ज्योतिष को वेदों का नेत्र कहा जाता है विश्व के हर कोने में ज्योतिष विद्या का प्रयोग अपने अपने तरीके से किया जाता है खगोल में होने वाली घटनाओं का आकलन ज्योंतिष विद्या के द्वारा ही किया जाता है चाहे घटना दृश्य हो या अदृश्य ज्योतिष विद्या दोनो की गणना करती है दृश्य घटनाओं का सही आकलन करके विद्वान ज्योतिष की सार्थकता सिद्ध किए हैं। आज टेक्नोलॉजी और विज्ञान के युग में भी ज्योतिष अपनी पहचान कायम रखा है मानव समाज जब रोगों से ग्रस्त होता है और जब सब जगह से हार जाता है तो ज्योतिष के शरण में आता है। मेरा ये मानना है कि मानव जीवन के लिये रोग बहुत ही  कष्टकारी होता है रोगों से मानव मानसिक आर्थिक और शारीरिक तीनों प्रकार से कष्ट पाता है इसलिये मानव इन रोगों से निजात पाने के लिये अनेक उपाय करता है और इन रोगों पर पानी की तरह पैसा बरबाद करता है फिर कुछ रोग ऐसे है जो जानलेवा साबित होते है अथवा कुछ रोग असाध्य है इसका कोई इलाज नहीं है । आज हम हृदय रोग होने  के ज्योतिष योग और ज्योतिषिय उपाय पर यह लेख लिख रहे हैं। हृदय रोग निम्न ज्योतिषिय कारणों से हो सकता है : :- 1-जन्म कुण्डली में चंद्रमा