दिनमान और सूर्योदय निकालने की विधि
पंचांगो मे जो दिनमान लिखा होता है वह दिनमान उस स्थान का होता है जिस स्थान का पंचांग बना है जैसे काशी का पंचांग है तो दिनमान काशी का है परंतु यदि आपका जन्म पटना (विहार) हुआ है तो काशी का दिनमान पटना के लिये नही होगा ऐसे मे हमे पटना का दिनमान निकालना होगा और इसे स्थानिक दिनमान कहा जाता है आइये सबसे पहले हम जानते है कि दिनमान क्या है फिर स्थानिक दिनमान निकालने की विधि बताएँगे |
हमारे यंहा भारतीय परंपरा मे 24 घंटे का एक दिन होता है जिसको ज्योतिष की भाषा मे अहोरात्र कहा जाता है अब एक अहोरात्र मे सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक का समय दिनमान कहा जाता है और सूर्यास्त से लेकर सूर्योदय तक का समय रात्रिमान कहा जाता है आइये अब जानते है कि स्थानिक दिनमान और रात्रिमान कैसे निकालेंगे इसके लिए सबसे पहले हम स्थानिक सूर्योदय निकालेंगे स्थानिक सूर्योदय निकालने कि विधि यह है कि पंचांग मे लिखे सूर्योदय के समय मे सबसे पहले रेलवे अंतर का संस्कार करेंगे यह रेलवे अंतर पंचांग के दाहिने तरफ अंत मे लिखा होता है रेलवे अंतर मे आप देखेंगे कि +4 या -2 लिखा है इसका मतलब है कि पंचांग मे लिखे सूर्योदय के समय मे 4 जोडने से काशी का स्टैंडर्ड टाइम होगा उसी प्रकार- 2 लिखा होने का मतलब है 2 मिनट घटाने से स्टैंडर्ड टाइम होगा जैसे माना की काशी का सूर्योदय 5.25 है अब इसमें +4 का संस्कार किया तो काशी का स्टैंडर्ड टाइम 5.29 हो गया
अब इसी स्टैंडर्ड टाइम मे पटना का देशान्तर का संस्कार करेंगे पंचांगो मे देशान्तर भी लिखा होता है या देशान्तर का चार्ट भी मिलता है यह देशान्तर भी पूर्व पश्चिम मे होता है जैसे पटना का देशान्तर पूर्व 0.22.10 घटी पल विपल है कइ पंचांगो मे घंटा मिनट मे भी लिखा होता है अगर घटी पल मे लिखा है तो 5से भाग देकर 2 से गुणा करने पर घंटा मिनट हो जाता जैसे 0.22.10 घटी पल विपल है तो 5 का भाग दिया तो 4.26 आया 2 से गुणा किया तो 8मिनट 52 सेकेंड अर्थात् 9 मिनट पूर्व आया अब यंहा विलोम संस्कार करेंगे जैसे पूर्व है घटायेगे और पश्चिम है तो जोडेंगे आये हम संस्कार करके बताते है काशी का स्टैंडर्ड टाइम 5.29 है पटना का देशान्तर 9 मिनट पूर्व है इसका विलोम संस्कार किया 5.29 मे 9 मिनट घटाया तो 5.20 आया यह पटना का स्थानिक सूर्योदय है । इसी प्रकार सूर्यास्त भी निकाल लेंगे अब दिनमान निकालने का सूत्र बताते है स्थानिक सूर्योदय मे स्थानिक सूर्यास्त घटा कर जो घंटा मिनट आये उसमे 5 से गुणा करके 2 से भाग देने पर दिनमान घटी पल मे आ जायेगा जैसे 5.20 स्थानिक सूर्योदय है और माना की 5.45 सूर्यास्त है अब 5.20 मे 5.45 घटा कर 5 से गुणा करके 2 से भाग देने पर स्थानिक दिनमान आ जायेगा । इसका सरल विधि एक और है सूर्यास्त मे 5 से गुणा करने पर भी दिनमान निकल जाता है यह सहज विधि है इसी प्रकार 60. 00 मे दिनमान घटा कर रात्रिमान निकाला जाता है।
किसी भी स्थान का सूर्योदय निकालने के लिये एक सहज तरीका है इसके लिये हमे अक्षांश और क्रात्यंश की आवश्यकता होती है ये दोनों किसी भी पंचांग मे मिल जायेगा ।
सबसे पहले हम अक्षांश को क्रात्यंश से गुणा करेंगे और गुणनफल मे 5 का भाग देंगे तो चर पल प्राप्त होगा इस चरपल को मिनट बनाने के लिये हमे 5 से भाग देकर 2 से गुणा करना होगा तो हमे चर मिनट प्राप्त होगा ।
इस चर मिनट को हम 6 घंटा मे संस्कार करेंगे यदि क्रान्ति उतरा है तो चर मिनट जोडेंगे और क्रान्ति दक्षिणा होगी तो घटायेंगे तो स्थानिक सूर्यास्त प्राप्त होगा इस स्थानिक सूर्यास्त को 12 मे घटाने पर स्थानिक सूर्योदय प्राप्त होगा इसके बाद इस स्थानिक सूर्योदय को स्टैंडर्ड टाइम बनाने के लिये हमे विलोम बेलांतर संस्कार करना होगा ।
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हमे कौन सी तारिक का जन्म हुआ माने 11 तारिक या 10 तारिक कृपया
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