खगोल विज्ञानं

खगोल विज्ञान का इतिहास अगर आपको स्टारों , टेलीस्कोप, ग्रहों और ब्रह्मांड के सम्बन्ध में जानने का शौक है तो इस चीज को हम "एस्ट्रोनॉमी" कहते हैं, आप अकेले नहीं हैं। जो इसे जानने का शौक रखते है हम जानते हैं कि खगोल विज्ञान एक उच्च सम्मानित विज्ञान है जिसने बीसवीं शताब्दी की कुछ सबसे आश्चर्यजनक उपलब्धियों को हासिल किया है। यह आकर्षण का एक केंद्र बिंदु है और सबसे रोमांचक क्षेत्रों में से एक है जो हजारों खगोल शास्त्रियों ज्योंतिषियों और हज़ारों शौकिया खगोलविदों के साथ हरदिन ग्रह नक्षत्रो को देख रहे है जैसे हम देख रहे हैं | लेकिन क्या आप जानते हैं कि खगोल विज्ञान उन सभी में सबसे पुराना और सबसे सम्मानित विज्ञान है। प्राचीन समय से ही हमारे पूर्वजो ने ऋषि महर्षियों ने अर्थात उस समय के समाज के बुद्धिमान और सोच वाले लोग सितारों को ग्रहों को देख रहे थे और उन्हें ट्रैक और चार्ट करने के तरीके खोज रहे थे। हम जो खगोल विज्ञान का शौक रखते हैं, वह खगोलविदों के एक गौरवशाली इतिहास को संजोने का प्रयास कर रहे है जो सदियों से हर सभ्यता में हर संस्कृति में ग्रह नक्षत्रों को जानने का प्रयास करते आ रहे है तो आइये हम भी खगोल विज्ञान के खोजी टीम में शामिल होकर खगोल विज्ञान के इतिहास को जानने का प्रमित्रो प्राचीन काल से लेकर आज तक खगोल विज्ञान का विज्ञान ज्योतिष के अभ्यास से अलग नहीं था। स्पष्टता के लिए हम ये कहे की , खगोल विज्ञान स्पष्ट रूप से वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ साथ सितारों, ग्रहों और ब्रह्मांड का समूल अध्ययन का स्रोत है। और ज्योतिष शास्त्र राशि चक्रों का अध्ययन है तथा वे हमारे विकास, हमारे व्यक्तित्व और हमारे दैनिक जीवन को हमेशा प्रभावित करते रहे हैं। तो यह अप्रत्यशित नहीं होगा तथा आधुनिक समय में भी , विज्ञान को लोग ज्योतिषीय पक्ष से ही देखते थे और आकाश के गतिबिधियों को खगोल विज्ञान पर ध्यान केंद्रित करते थे । आज भले ही हर बात को हम विज्ञानं की परखनली से परखते है पर एक समय था जब विज्ञानं भी ज्योतिष के तराजू पर तौला जाता था । इस बात के ऐतिहासिक प्रमाण हैं कि खगोल विज्ञान { ज्योतिष शास्त्र } ईसा से सैकड़ों वर्ष पहले बेबीलोनियन सभ्यता के रूप में एक मान्यता प्राप्त विज्ञान था। लेकिन ग्रहो ,सितारो का अध्ययन एक देश तक सीमित नहीं था। चीन, भारत और प्राचीन मिस्र और पूरे अरब द्धीप में भी इसी तरह के खोज चल रहे थे। खगोल विज्ञान ,{ ज्योतिष विज्ञान } और धर्म का एकीकरण इतना प्रचलित है कि हम इसे इतिहास की कहानी में पढ़ते है हैं हम जिसे खगोल विज्ञानी कहते है वह भी ज्योतिषी ही थे अर्थात खगोल के साथ साथ उनको ज्योतिष का भी ज्ञान था और यह वह मिश्रण था जो उन्हें इस ऐतिहासिक घटना का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित करता था।
ऐसा मन जाता है की खगोल विज्ञान पर पहली किताब टॉलेमी ने ग्रीक साम्राज्य के दौरान लिखी थी। पर इसका इतिहास इतना पुराना है की उसपर कुछ भी कहना अनुचित होगा इस ऐतिहासिक प्रकाशन के पहले भी ऐसे लोग थे जो मौखिक ही सब काम करते थे बाद में भोजपत्र पर लेखन का कार्य आरम्भ हुआ इससे सिद्ध होता है की किताब चाहे जब लिखी गयी हो विज्ञानं तो पहले से ही था जो बाद में संकलित हुआ होगा उस समय के महान खगोलविदों की सूची मेंऋषियों महर्षियो के अलावा कोपर्निकस, गैलीलियो, केपलर, सर इस्साक न्यूटन, जंग, माइकल एंजेलो, बेंजामिन फ्रेंकलिन सहित आधुनिक विज्ञान के जानकार भी शामिल है है ऐसा लग रहा है कि मानव हमेशा से, चाहे पुरुष हो या महिला हो खगोल विज्ञान में कुछ हद तक रूचि अवश्य रखते थे और हमेशा से ब्रह्मांड औरउसके रहस्य तथा मानव जीवन पर उसके प्रभाव के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहते थे हमारे जीवन के कई क्षेत्रों पर खगोल विज्ञान का प्रभाव पड़ा है जिसे हम वास्तव में पहचान नहीं पाते हैं। हमारी भाषा में कई शब्द खगोल विज्ञान के पाये जाते है जैसे…इन्फ्लुएंजा जो प्रभाव के लिए लैटिन मूल शब्द से आता है। यह एक प्रारंभिक विश्वास को दर्शाता है कि चंद्रमा और सितारों की स्थिति स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है और बीमारी का कारण या इलाज कर सकती है। * लुनाटिक जिसमें मूल शब्द "लूना" है जो चंद्रमा के लिए लैटिन शब्द है। यह लंबे समय से चली आ रही उस धारणा को उजागर कर रहा है जो आज भी प्रचलित है कि शब्द चांहे जो हो मगर कार्य प्रणाली एक हैं। खगोल विज्ञान और ज्योतिष के साथ इसके अंतर्संबंध है जो संस्कृति, शिक्षा और धर्म को सदियों से बहुत हद तक प्रभावित किया है। अंग्रेजी भाषा के पहले दो दिन हमारे सप्ताह के आरंभिक दिन रविवार और सोमवार को ही खगोल विज्ञान का आधार माना गया है क्योंकि उनके दिन का आरम्भ "सूर्य का दिन"{रविवार } और "चंद्रमा का दिन {सोमवार } से होता है । इसलिए यदि आपने खगोल विज्ञान को अपने दैनिक जीवन में उपयोग करने का मन बना लिया है और हम जिस दुनिया में रहते हैं, उसके बारे में जानने का शौक रखते है हैं, तो आप बहुत अच्छी जगह पर हैं यंहा आपको ज्योतिष के हर विषय पर लेख मिलेगा तथा यह मानव जाति को तब तक लाभान्वित करता रहेगायह लेख यंहा रहेगा और इसके जिज्ञासु तब तक रहेंगे जब तक कि ये खूबसूरत सितारे ग्रह नक्षत्र आसमान में चमकते रहेंगे ।

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